प्रेम — पागलपन या वंदनीय

कहते हैं, प्रेम अंधा होता है। पर क्या सचमुच प्रेम अंधा होता है, या समाज उसे देखने से इनकार करता है? यही प्रश्न सदा से मानव हृदय को मथता रहा है। कहानी शुरू होती है आर्या से — एक सीधी-सादी, भावुक युवती, जिसे किताबों में प्रेम कविताएँ पढ़ना पसंद था। उसके लिए प्रेम कोई खेल […]

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