नव चेतना, नव कल्पना: नई विचारों की ज्योति, नई वास्तविकताओं की रचना #quoteshots
एक नव जागरणनव उद्दीपना,नव चेतना , नव कल्पनाप्यार की अपूर्व महकपूर्णता का परिप्रकाशजीवन की सार्थकतामिट्टी की महकमां का आंचलएक अदम्य उत्साहअंतहीन परितृप्ति. – संध्यारानी दाश नव चेतना जागृत हुई,अरमान पुष्पित हो गये |नव कल्पना के स्वप्न मेरे,उदित प्रमुदित हो गये ||तन हुआ केसरिया और ,मन मस्त वैरागी हुआ |मंज़र हुआ नीला गुलाबी,इंद्रधनुषी जग हुआ || […]
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