इस सप्ताह हमारे बाल दिवस विशेष में हमने विषय दिया था, ” यदि मैं एक दिन के लिए अपने विद्यालय में शिक्षक बन जाऊँ।”
इस विषय पर हमें साईकृत गुलाटी की रचित कविता बहुत पसंद आई । साईकृत सिर्फ़ १२ वर्ष के हैं और इन्होंने अब तक स्वरचित तीन पुस्तकें प्रकाशित की हैं ।
आइए पढ़ें इनकी खूबसूरत रचना ।