वसंत ऋतु को ऋतुओं का सम्राट कहा जाता है, जो फाल्गुन और चैत्र मास में अपनी अनुपम छटा बिखेरता है। इस दौरान फूलों की सुगंध, कोयल की मधुर कूक, और सरसों के पीले फूल मन को मोह लेते हैं। मंद मलय पवन तन-मन को प्रफुल्लित कर देती है। होली और वसंत पंचमी जैसे उल्लासपूर्ण पर्व भी इस ऋतु को और आनंदमय बनाते हैं।
वसंत का स्वागत ताज़े फल, हरी सब्जियाँ और मिठास भरी ठंडी हवाओं से होता है। इस मौसम में सही खान-पान अपनाकर न सिर्फ शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है, बल्कि इस सुंदर ऋतु का पूरा आनंद भी लिया जा सकता है। आइए जानते हैं वसंत में क्या खाना चाहिए, कौन-से पेय पदार्थ लाभदायक हैं, और किन चीज़ों से बचना चाहिए।
वसंत ऋतु में उपयुक्त आहार
✅ ताजे फल और सब्जियाँ – आम, पपीता, तरबूज, खरबूजा, सेब, अनार, गाजर, चुकंदर, टमाटर जैसे मौसमी फल और सब्ज़ियाँ शरीर को हाइड्रेट रखते हैं और आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं।
✅ हरी पत्तेदार सब्जियाँ – पालक, मेथी, सरसों जैसी हरी सब्जियाँ फाइबर से भरपूर होती हैं और पाचन तंत्र को दुरुस्त रखती हैं।
✅ दालें और अंकुरित अनाज – मूंग दाल, चना, मसूर दाल और अंकुरित अनाज प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत हैं, जो शरीर को ऊर्जा देते हैं और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं।
✅ दही और छाछ – शरीर को ठंडक पहुँचाने और पाचन तंत्र को मजबूत करने के लिए दही और छाछ का सेवन बेहद फायदेमंद होता है।
✅ ड्राई फ्रूट्स और बीज – बादाम, अखरोट, चिया सीड्स, फ्लैक्स सीड्स और तिल एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं और शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं।
वसंत ऋतु में लाभदायक पेय पदार्थ
🥤 नींबू पानी – शरीर को हाइड्रेट रखता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।
🥤 गुलाब जल शरबत – शरीर को ठंडक देता है और त्वचा के लिए लाभकारी होता है।
🥤 आम पना – कच्चे आम से बना यह पेय गर्मी से बचाने में मदद करता है।
🥤 बेल का शरबत – पाचन को बेहतर बनाता है और शरीर को ठंडक देता है।
🥤 तुलसी और पुदीने की चाय – डिटॉक्स करने में सहायक और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाला।
🥤 छाछ और लस्सी – शरीर को ठंडा रखने और पाचन में सुधार लाने वाले प्राकृतिक पेय।
किन चीजों से बचना चाहिए?
🚫 तली-भुनी चीज़ें – पाचन तंत्र पर अधिक भार डाल सकती हैं।
🚫 अत्यधिक मीठे और कृत्रिम पेय पदार्थ – शरीर में अनावश्यक कैलोरी बढ़ाते हैं।
🚫 बहुत मसालेदार भोजन – शरीर में अतिरिक्त गर्मी पैदा कर सकता है।
निष्कर्ष
वसंत ऋतु का भरपूर आनंद लेने के लिए संतुलित और पौष्टिक आहार लेना आवश्यक है। यह ऋतु केवल शरीर को पोषण देने की नहीं, बल्कि मन को भी प्रसन्न करने की होती है। सही खान-पान से आप खुद को स्वस्थ और ऊर्जावान रख सकते हैं और इस सुहाने मौसम का पूरा मज़ा उठा सकते हैं। क्योंकि जब वसंत आता है, तो सिर्फ फूल नहीं मुस्कुराते, बल्कि पूरा जीवन मुस्कुराता है।
Image Courtesy: By Alina Skazka via pexels
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– संध्या रानी दाश

लेखिका परिचय
श्रीमती संध्या रानी दाश एक बहुमुखी प्रतिभाशाली लेखिका और कुशल गृहिणी हैं। बच्चों को शिक्षित करना उनका प्रिय कार्य है। वे हिंदी, अंग्रेजी और उड़िया भाषाओं में कविताएँ रचने के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी लेखनी से प्रशंसा प्राप्त की है।
वर्तमान में वे “अस्मिता” साहित्य पृष्ठ की संपादिका के रूप में कार्यरत हैं। विशेष रूप से “नारी”, “प्रकृति का सौंदर्य” और “सामाजिक संपर्क” विषयों पर कविताएँ लिखने में पारंगत हैं।
उनका प्रथम काव्य संग्रह ‘100 शब्द: 100 कविताएँ’ वर्ष 2023 में प्रकाशित हुआ, जिसे पाठकों ने खूब सराहा। अनुवाद के क्षेत्र में भी उन्होंने एक विशिष्ट पहचान बनाई है।